धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो shiv chalisa lyricsl कोई जांचे सो फल पाहीं॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
हनुमान चालीसा लिरिक्स
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब more info के घटवासी॥
हनुमान चालीसा लिरिक्स
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥